- 307 Posts
- 13083 Comments
एक आम हिन्दू की भांति मेरी प्रभु राम तथा रामचरितमानस में सम्पूर्ण आस्था है.परिवार में प्रतिदिन रामचरितमानस का पाठ होता है.कुछ पंक्तियों को लेकर मेरे हृदय में ये जानने की जिज्ञासा रही है,परन्तु पहले तो बुजुर्ग लोग अपनी तरह से समझा कर चुप कर देते थे.फिर अन्यत्र स्पष्ट करने का प्रयास किया तो भी संतुष्ट न हो सकी मैं.चूँकि जागरण से प्रबुद्ध वर्ग जुड़ा हुआ है,तो आशा है कि मेरी जिज्ञासा शांत हो सकेगी.
रामचरितमानस में कहा गया है,
“ढोर गंवार शुद्र पशु नारी,ये सब ताडन के अधिकारी.”
मेरे विचार से ताडनशब्द के २ अर्थ हैं (१) मारना या प्रताड़ना
(देखना )
तुलसी जिन्होने आदर्श की उच्चतम पराकाष्टा प्रस्तुत की है,नारी के लिए ऐसे शब्दों को प्रयोग करते हुए पशु गंवार या निम्न श्रेणी में कैसे रख सकते हैं.
मेरा आप सभी विद्वत जनों से अनुरोध है कि इन पंक्तियों का अर्थ स्पष्ट करते हुए मेरी जिज्ञासा शांत करें.
Read Comments