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बधाई बधाई बधाई
श्री राम धारी सिंह दिनकर जी की सामयिक पंक्तियाँ
लेकिन होता भूडोल, बवंडर उठते हैं,
जनता जब कोपाकुल हो भृकुटि चढाती है;
दो राह, समय के रथ का घर्घर-नाद सुनो,
सिंहासन खाली करो कि जनता आती है।
बधाई सभी को .सुन्दर ,सुखद जन आकांक्षाओं की विजय . विजय भी ऐसी वैसी नहीं , सर्वथा प्रतिकूल परिस्थितियों में जबकि विदेशी ताकतें, फूट डालो और राज करो की नीति के अनुगामी दल, बिकाऊ मीडिया , उन सबका पूरा दमखम एक ओर और दूसरी ओर अपने साथियों ,कर्मठ कार्यकर्ताओं के साथ अहर्निश सभी झंझावातों को झेलते हुए तथा निराश त्रस्त देशवासियों को उनकी समस्याओं के समाधान का विश्वास दिलाते देश के एक कोने से दूसरे कोने तक भटकते नरेंद्र मोदी.
अंततः जनता को उनकी नीतियों योजनाओं पर विश्वास जमा और ऐतिहासिक विजय मिली ,ऐसी विजय जो राजनीति के प्रकांड पंडितों के लिए अप्रत्याशित थी.स्वाधीनता प्राप्ति के पश्चात रिकार्ड के रूप में पहली गैर कांग्रेसी सरकार जो केवल अपने दम खम पर सरकार बनाने में सक्षम है.
पिछले तीस वर्षों से यही कहा जा रहा था किअब गठबंधन सरकारों का युग आ गया है,क्षेत्रीय दलों के सहयोग के बिना कोई सरकार नहीं बन सकती ,ऐसे में अपने दम पर मजबूत स्थिति में आना सचमुच महानतम उपलब्धि है ये विश्वास है जनता का, जो देश भर से (चंद राज्यों को छोड़कर) नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी के प्रति व्यक्त किया गया है.
सत्ताधारी दल के छल प्रपंच ,बात बात में मोदी को फंसाने की कोशिश यदि ये कहा जाय कि सभी दलों का एक सूत्री कार्यक्रम स्वयम जीतना नहीं अपितु मोदी को रोकना था.साम्प्रदायिक आरोप, न्यायालय से क्लीन चिट मिलने पर भी गोधरा का जिन्न बार बार निकालना ,यशोदा बेन का मामला उछालना साम्प्रदायिक मुखौटा, ,हिटलर,मुसोलिनी,राक्षस,दानव और न जाने क्या क्या आरोप , एक साथ इतने सारे विषैले तीर और निशाना नरेंद्र मोदी !……….लेकिन वो कोई आम इंसान नहीं नरेंद्र मोदी हैं, उन्होंने अपनी एक कुशल नेता की भांति अपनी वाणी को संयमित रखते हुए अपने विचार ,वायदे ,नीतियां जनता के दिलो-दिमाग तक पहुंचाई और अल्पसंख्यक, बहुसंख्यक सबने उनपर भरोसा कर अपने मत से विरोधियों के ब्रह्मास्त्र को विफल कर बहुमत से जिताया. यही कारण है कि उत्तरप्रदेश जैसा राज्य जहाँ सबने कमर कसी हुई थी एक ही बांधनी से ,उन सबको धता बताते हुए आद्वितीय सफलता प्राप्त की.
मोदी जी ने सही कहा है पूर्ण बहुमत से जिताने के कारण उन पर अपेक्षाओं का भार और उत्तरदायित्व बहुत अधिक है.अपेक्षाओं के इस एवरेस्ट पर विजय पाने की बहुत बड़ी चुनौती है उनके समक्ष.
भुखमरी,निर्धनता,बेरोजगारी,शिक्षा की दयनीय स्थिति (सभी स्तरों पर) कुपोषण,मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति को तरसता गरीब ,स्वास्थय की समस्याएं ,परिवहन,सडकें.आदि
.आतंकवाद देश की बहुत बड़ी समस्या ,सीमाओं का असुरक्षित होना जिसके कारण पिद्दी जैसे पडौसी भी आँख दिखाते हैं बार बार ,देश के आत्मसमान की रक्षा के साथ पडौसियों और महाशक्तियों से सम्बन्धों में सहजता,ऊर्जा संसाधन,स्वच्छ पेयजल,काश्मीर,विदेशी शरणार्थी, देश के विस्थापितों की दुर्दशा, महिलाओं की सुरक्षा और उनका सम्मान ,अल्पसंख्यकों के मन से निर्मूल भय को उखाड़ फेंकना,दलितों पिछड़ों ,आदिवासियों की मूल समस्याओं को समझ उनको दूर करना न कि उनको लोलीपोप बांटकर देश के प्रति उनके उत्तरदायित्व को समझने से वंछित रखना .आदि आदि …………….
इन सब समस्याओं के समाधान के साथ देश की जर्जर आर्थिक स्थिति को पटरी पर लाना ,स्वदेशी धन विदेशों से वापस लाना, आधार से शीर्ष तक व्याप्त भ्रष्टाचार का अंत ,अपनी स्वच्छ छवि को बनाये रखना ,सबको साथ लेकर चलना,बदले की भावना से काम न करना पर अपराधियों को न्यायिक व्यवस्था के अनुरूप कड़े से कड़े दंड की व्यवस्था .
स्वाभाविक रूप से ये समस्त कार्य अकेले नहीं किया जा सकते और न ही एक दो घंटे,या हफ्ते में.अतः पूरी मशीनरी के साथ सामंजस्य स्थापित करना ,,कर्मचारियों की कमी को दूर करना ,सभी वर्गों की समस्याएं दूर करना ………………………..
साथ ही उन विपक्षियों के वार झेलना ,अपने साथियों की अपेक्षाएं पूरी करना आदि आदि ………...
आशा ही नहीं विश्वास है होगा,होगा सब कुछ होगा ,संयम,सहयोग ,अपनापन सम्पूर्ण जनता को ही देना होगा और साथ ही अपने जन प्रतिनिधियों को भगवान बनने से रोकना होगा अन्यथा वही पुरानी भूलें .और जनता अपने साथ विश्वासघात कभी नहीं सहेगी .
देश की जनता के विश्वास ,शुभकामनाएं,अपेक्षाएं ,सहयोग,स्नेह सबके साथ नरेंद्र मोदी इस एवरेस्ट पर विजय प्राप्त अवश्य करेंगें अपनी बेदाग़ छवि के साथ और हमारा देश नई ऊंचाईयों को छू सकेगा .
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